Ranchi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले में रांची में 15 नवंबर को सुरक्षा में हुई चूक को लेकर भाजपा ने सवाल खड़ा किया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी और भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी सहित अन्य ने भी चिंता जाहिर करते इसकी जाँच की मांग की है. बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया के जरिये अपनी बात रखते कहा है कि प्रधानमंत्री की गाड़ी के ठीक सामने किसी व्यक्ति का अचानक से आ जाना सुरक्षा की भारी चूक है. हमारा देश पहले भी कई बड़े हादसे देख चुका है. ऐसे भी यह चूक नज़रंदाज़ के योग्य बिलकुल भी नहीं है हेमंतजी. बाबूलाल ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए क्योंकि जो राज्य अपने प्रधानमंत्री को ढंग से सुरक्षा नहीं दे सकता, वो आम आदमी को क्या सुरक्षा देगा?
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हो एनआइए से जांच
अमर बाउरी ने भी सोशल मीडिया के जरिये पीएम मोदी के काफिले में अचानक से एक महिला के सामने आने की घटना पर रोष जाहिर किया है. इस पर सवाल खड़ा करते इसे हादसा, संयोग या प्रयोग की कैटेगरी में रखा है. कहा है कि झारखंड में एक ओर कुंठित मानसिकता वाले कांग्रेसी लगातार प्रधानमंत्रीजी के दौरे को लेकर अनाप – शनाप – आग उगल रहे हैं, और अब अचानक से प्रधानमंत्रीजी की गाड़ी के समक्ष एक महिला दौड़कर आ जाती है.
मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने इस बेहद ही गंभीर मामले पर “महिला मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थी” कह कर लीपा पोती कर दिया. इससे पूर्व पंजाब की कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का कुंठित प्रयास किया था। बाउरी के मुताबिक राज्य सरकार महज खानापूर्ति ना कर उच्च स्तरीय कमेटी से मामले की जांच करवाए. साथ ही एनआइए (भारत सरकार) भी इस मामले की जांच करे.
क्या था मामला
गौरतलब है कि 15 नवंबर को जब पीएम का कारकेड एसएसपी आवास, रांची के पास से गुजर रहा था तो अचानक से एक महिला इसमें घुस गयी थी. इसके चलते कुछ समय के लिए काफिले को रोकना पड़ गया था. देवघर की इस महिला के मुताबिक वह अपने पति से परेशान है और इसके संबंध में जानकारी देने को पीएम से मिलना चाहती थी. बाद में पूछताछ के आधार पर स्थानीय पुलिस ने उसे मानसिक रूप से अस्वस्थ मानते छोड़ दिया था. हालांकि इस घटना को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में लगे कुछ पुलिस जवानों को निलंबित कर दिया गया है.
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