ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा को लेकर समीक्षा सह कार्यशाला का आयोजन

1 min read

Deoghar: शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा की अध्यक्षता में ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा को ले समीक्षा बैठक सह कार्यशाला का आयोजन सदर अस्पताल के सभागार में किया गया. कार्यक्रम में उपास्थित ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के सभी हब डॉक्टर्स के साथ जिलें में पदस्थापित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारीयों को प्रशिक्षण जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गुप्ता एवं जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ मनीष शेखर द्वारा इंटेलीहेल्थ के प्रतिनिधि शिव शंकर के सहयोग से दिया गया. कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा द्वारा बताया गया कि ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुई है. टेलीमेडिसिन इंटरनेट का उपयोग करके दूर से स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी पर जोर देता है. यह न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाता है बल्कि बचत के अलावा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार करता है. इससे समय और पैसा दोनों की बचत होती है. कोविड-19 महामारी के दौरान ई-संजीवनी ने न केवल स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण में एक बड़ा डिजिटल परिवर्तन दिखलाया बल्कि देश में डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र को भी बढ़ावा दिया. स्वास्थ्य मंत्रालय की ई-संजीवनी पहल 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दो धाराओं में काम कर रही है. यह डॉक्टर से डॉक्टर टेली-परामर्श के लिए सक्षम बनाता है, जो राज्यों द्वारा जिला अस्पतालों या मेडिकल कॉलेजों आदि में स्थापित किए गए हैं. दूसरी धारा में ओपीडी  है. यह रोगियों को उनके घरों में दूरस्थ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है. ओपीडी एक डॉक्टर और एक मरीज के बीच संपर्क रहित, जोखिम मुक्त और सुरक्षित परामर्श को सक्षम बनाता है. डॉ मनोज कुमार गुप्ता  द्वारा अब तक किये गए कार्यों के समीक्षा करते हुए सभी हब डॉक्टर एवं सीएचओ को दिये गये को लक्ष्य के अनुरूप टेलीमेडिसिन कंसल्टेंसी करने का निर्देश दिया गया. कार्यशाला में डॉ विश्वदीप बनर्जी, डॉ उल्लासिता उवर्सी, डीपीएम नीरज कुमार भगत, सीएचओ सेफाली एक्का, संतोष प्रमाणिक तथा रवि कुमार सिन्हा, एफएलसी एवं अन्य उपस्थित थे.

 

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours