Dhanbad: आईआईटी आईएसएम धनबाद के द्वारा किसानों को खेती की नई-नई तकनीक की जानकारी दी जा रही है. जिसका नेतृत्व प्रोफेसर रश्मि सिंह ने की. इसी के तहत मंगलवार को जमाताड़ा जिले के नाला ब्लॉक के नलहट्टी गांव में 20 ग्रामीणों ने मुखिया अजीत मुर्मू के नेतृत्व में खेती की तकनीक की जानकारी दी गई ताकि उनके बताए टिप्स पर अमल कर किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. इस कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर नीलाद्रि दास भी मौजूद थी.
प्रोफेसर रश्मि सिंह ने कहा कि गाँव में धान की खेती होती है, जबकि गेहूं, आलू, टमाटर, बैंगन आदि भी उगाए जाते हैं. बड़ी संख्या में ग्रामीण कम आय के कारण परिवार की आय का समर्थन करने के लिए अधिकांश मजदूर के रूप में काम करते हैं. खेती से और हमने उन्हें अपनी आय बढ़ाने और उभरने के लिए कई तरीकों से अवगत कराया.
गांव के मुखिया अजीत मुर्मू ने कहा कि हमें आईआईटी-आईएसएम संकाय सदस्यों के चल रहे कार्यक्रम के बारे में पता चला एक परियोजना के हिस्से के रूप में किसानों को समर्थन दिया और उन्हें हमारे गाँव में आमंत्रित किया. इस दौरान कृषि में उत्पादन को बढ़ाने, पशुपालन और कम वर्षा में सिंचाई करने सहित अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गई.
बताते चलें कि अब तक आईआईटी आईएसएम के प्रोफेसर समय-समय पर धनबाद व जामताड़ा जिले के विभिन्न आदिवासी व सुदूर क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं को गणित व विज्ञान पढ़ा रहे हैं. संस्थान का प्रबंधन अध्ययन और औद्योगिक इंजीनियरिंग विभाग की प्रो. रश्मि सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों का एक समूह जामताड़ा के सुदूर गांवों में आर्थिक सुधार के लिए 15 महीने से अधिक समय से काम कर रहा है. बीएयू के विशेषज्ञों ने 17 नवंबर को भी जामताड़ा के गोपालपुर गांव में किसानों को किसानों को नई-नई जानकारी दी गई थी.
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