Ranchi: राज्य की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिये वामदलों की संयुक्त बैठक गुरूवार को हुई. बैठक सीपीआई माले राज्य कार्यालय में हुई. जहां वामपंथी नेताओं ने चिंता जताते हुए कहा कि हेमंत सोरेन का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद झामुमो कांग्रेस राजद गठबंधन के नए नेता चंपई सोरेन ने सरकार गठन करने के लिए राज्यपाल के समक्ष बहुमत के समर्थन पत्र पेश किया. इसके बाद भी राज्यपाल द्वारा त्वरित निर्णय नहीं लिया जा रहा है. इसे उत्पन्न राजनीतिक संकट पर चिंता व्यक्त की गयी.
नेताओं ने कहा कि उपरोक्त सरकार के गठन पर राज्यपाल वस्तुत भाजपा की राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रहे हैं. इस कारण निर्णय लेने में जानबूझ कर विलंब कर रहे हैं. इस अनिर्णय की स्थिति से राज्य में अराजकता का माहौल बन रहा है. साथ ही इससे हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा और अंततः राज्य की जनता का जनादेश के उल्लंघन का अलोकतांत्रिक खतरा पैदा हो रहा है. बिहार में भी इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई थी. लेकिन तब बिहार के राज्यपाल ने बहुमत वाले सरकार को देखते हुए तुरंत निर्णय लिया. ऐसे में राज्य की स्थिति को देखते हुए राज्यपाल को तुरंत निर्णय लेना चाहिये.
नेताओं ने कहा कि वाम दलों के अनुसार ईडी का दुरुपयोग कर निवर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी भाजपा द्वारा देश की संघीय व्यवस्था और लोकतंत्र पर हमला है.बैठक की अध्यक्षता भाकपा माले के जनार्दन प्रसाद ने किया. वहीं बैठक में सीपीआई से अजय सिंह, ए. के. रशीदी, सीपीआईएम से समीर दास, प्रफुल्ल लिंडा, सुखनाथ लोहरा व वीरेंद्र कुमारं भापका माले से राज्य सचिव मनोज भक्त और मासस से सुशांतो मुखर्जी शामिल रहे.
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