गाज़ा में मानवीय संकट गहराया: 48 घंटे में 14,000 बच्चों की मौत की आशंका, UN की चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने आगाह किया है कि इज़राइली नाकेबंदी जारी रहने पर गाज़ा में अगले 48 घंटों के भीतर लगभग 14,000 शिशु और दो वर्ष तक के बच्चे भुखमरी, डिहाइड्रेशन और इलाज के अभाव में दम तोड़ सकते हैं। यूनिसेफ़ और UN-OCHA की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार गाज़ा के 93 % बच्चे ‘फ़ैमिन-लेवल’ भूख झेल रहे हैं; 80 % से अधिक चिकित्सीय ढांचा नाकाम हो चुका है।
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नाकेबंदी का प्रभाव
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2 मार्च से इज़राइल ने सभी प्रमुख क्रॉसिंग पॉइंट बंद कर दिये; खाद्य सामग्री, पानी, दूध-पाउडर, ईंधन व दवाइयों की आवाजाही लगभग ठप।
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राफा और कैरन शालोम बॉर्डर पर 2,000 से अधिक राहत ट्रक प्रवेश की प्रतीक्षा में खड़े हैं।
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मानवीय आँकड़े
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युद्ध (अक्टूबर 2023-अब तक) में गाज़ा में 53,000 नागरिकों की मृत्यु; इनमें 21,000 बच्चे शामिल।
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2.3 मिलियन आबादी में से 1.9 मिलियन लोग विस्थापित।
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36 में से केवल 5 अस्पताल आंशिक रूप से काम कर रहे हैं।
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अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
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अमेरिका ने “तत्काल मानवाधिकार सहायता” की अपील की, पर किसी दंडात्मक कदम का संकेत नहीं दिया।
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यूरोपीय संघ के कई देशों (फ़्रांस, आयरलैंड, स्पेन, कनाडा आदि) ने इज़राइल पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी, नाकेबंदी को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार क़ानून का उल्लंघन बताया।
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मिस्र और जॉर्डन सहित अरब देशों ने भी ब्लॉकेड की निंदा की; राफा बॉर्डर पर मिस्र की ओर से भेजी गई सहायता अटकी हुई है।
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इज़राइल का पक्ष
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प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बयान: “हमास को हथियारों और तस्करी से रोकने तथा पूर्ण आत्मसमर्पण के लिये नाकेबंदी ज़रूरी है।”
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इज़राइली दावे के अनुसार “कुछ” सहायता-ट्रक अनुमति के बाद गाज़ा में प्रवेश कर चुके, पर UN एजेंसियाँ इसे अपर्याप्त मानती हैं।
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क़ानूनी जोखिम
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चौथा जिनेवा कन्वेंशन और ICC के रोम संविधि के अंतर्गत बोधपूर्वक नागरिकों को भूख व बीमारी की मारी में छोड़ना युद्ध अपराध या जनसंहार के दायरे में आ सकता है।
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संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वय प्रमुख ने चेतावनी दी है कि यदि 48 घंटों में राहत पहुँचना शुरू नहीं हुई तो गाज़ा में “बच्चों का जनसंहार” अनिवार्य हो जाएगा और क्षेत्रीय अस्थिरता तथा वैश्विक आक्रोश नई ऊँचाइयाँ छू सकता है।