झारखंड में शराब घोटाले में IAS अधिकारी Vinay Chaubey गिरफ्तार, Excise Policy हेराफेरी का मामला

 

रांची, 1 जून 2025: झारखंड के वरिष्ठ IAS अधिकारी Vinay Chaubey को राज्य की Anti-Corruption Bureau (ACB) ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर Excise Policy में Corruption कर सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाने और Liquor Scam से जुड़े इतर अपराधों का आरोप है। Vinay Chaubey फिलहाल बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, रांची में under custody हैं।

विनय चौबे कौन हैं?

  • मूलतः बोकारो (Jharkhand) निवासी Vinay Chaubey ने DPS (Delhi Public School) से शुरुआती पढ़ाई की।

  • BITS Pilani से BTech in Computer Science करने के बाद उन्होंने UPSC परीक्षा उत्तीर्ण कर 1999 में IAS में चयनित हुए।

  • पहले उन्हें Bihar Cadre मिला, लेकिन 2000 में जब झारखंड बना, तब उन्हें Jharkhand Cadre में ट्रांसफर कर दिया गया।

  • वर्षों तक विभिन्न जिलों में District Collector (DC) रहे और बाद में झारखंड सरकार में Principal Secretary, Excise Department का पद संभाला।

छत्तीसगढ़ का Liquor Syndicate और झारखंड मॉडल

  • छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक Liquor Syndicate था, जिसमें Senior IAS अधिकारी Anil Taj, Anwar Dehvar (रायपुर के मेयर के भाई), Arunpati Tripathi आदि शामिल थे। यह समूह विदेशी शराब व नकली देसी शराब की आपूर्ति करके fraudulent revenue उत्पन्न करता था।

  • ED (Enforcement Directorate) की raid के बाद यह मॉडल उजागर हुआ। Syndicate के सदस्यों ने झारखंड के Excise विभाग के अधिकारियों से संपर्क करके वही मॉडल रांची में लागू करने का blueprint दिया।

  • 2022 में Principal Secretary बने Vinay Chaubey ने वही फॉर्मूला अपनाया और झारखंड सरकार की Excise Policy तैयार की, जिससे शराब माफिया को भारी kickbacks मिले और राज्य को financial loss हुआ।

ACB की रेड और गिरफ्तारी

  • झारखंड ACB ने Vinay और उनके संयुक्त सचिव Gajendra Singh के कार्यालयों और आवास पर छापेमारी की।

  • उनके बंगले से आपत्तिजनक documents, बड़ी मात्रा में cash और अन्य evidence बरामद हुए।

  • पूछताछ के बाद Vinay Chaubey को गिरफ्तार कर Ranchi Central Jail भेज दिया गया। Gajendra Singh को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

  • Vinay चौबे ने हाल तक Chief Minister Hemant Soren के प्रधान सचिव के रूप में काम किया था, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच उन्हें वहां से हटा दिया गया।

झारखंड में IAS अधिकारियों के भ्रष्टाचार के मामले

  • झारखंड बने 2000 के बाद से चार IAS अधिकारी जेल जा चुके हैं:

    1. Dr. Pradeep Kumar (NREGA Scam)

    2. Pooja Singhal (Manrega Scam)

    3. Chhavi Ranjan (Land Scam)

    4. Vinay Chaubey (Liquor Scam)

  • पड़ोसी राज्यों में भी बड़े घोटाले सामने आए हैं। बिहार में ₹900 करोड़ का Chara Scam और हाल ही में ₹9000 करोड़ का Tender Scam ने कई IAS अधिकारियों को जेल की हवा खानी पड़ी।

सिस्टम की खामियां और अमानवीय असंतुलन

  • IAS/IP S अधिकारी अक्सर बड़े Property Portfolios (₹500–1000 करोड़ तक) जमा कर लेते हैं, जबकि देश में बड़े हिस्से की आबादी two meals a day के लिए जूझती है।

  • प्रसिद्द LBSNA (Lal Bahadur Shastri National Academy) के पूर्व छात्रों ने माना है कि “जब Field में आते हैं तो Marvelous plans fade away और Corruption की प्रवृत्ति सामने आ जाती है।”

  • Vinay Chaubey की गिरावट एक Officer का पतन नहीं, बल्कि पूरे Civil Services के पतन का प्रतीक है।

आगे की राह

  • ACB और ED की जांच जारी है, जिससे जुड़े अन्य अधिकारियों और Syndicate के सदस्यों की पुलिस detention और interrogation की प्रक्रिया में हैं।

  • झारखंड सरकार को भारी financial loss की भरपाई के लिए Recovery Action पर भी काम करना होगा।

  • पूरे प्रशासनिक तंत्र को self-inspection और ethical training की आवश्यकता है, ताकि Public Service में integrity और transparency कायम रहे।

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