क्राइमिया से जोड़ने वाले Kerch Bridge पर Ukraine ने किया Underwater ड्रोन हमला

 

रिपोर्ट के अनुसार, 3 जून 2025 की सुबह लगभग 04:40 बजे Ukraine की Security Service (SBU) ने Russia के Kerch Bridge (जिसे Crimean Bridge भी कहते हैं) पर एक संगठित हमला किया। इस संचालन में Ukraine ने Unmanned Underwater Vehicles (UUVs) के माध्यम से करीब 1100 kg के high-explosives पानी के नीचे (Underwater) बिछाकर ब्रिज के मुख्य pillar को निशाना बनाया। इस हमले से लगभग 19 किमी लंबे पुल का एक मुख्य हिस्सा बुरी तरह Damage हुआ, जिससे यातायात (road and rail connectivity) तुरंत suspended कर दिया गया।


घटना का विवरण

  • स्थान व महत्व (Strategic Importance):
    Kerch Bridge, Black Sea के बीच स्थित Russia के मुख्य भू-भाग और 2014 में annex किया गया Crimea पेनिन्सुला (Crimean Peninsula) को जोड़ता है। 2018 में जब इस Bridge का निर्माण पूरा हुआ, तब से यह Russia’s Southern Military Group के लिए supplies, troops, fuel और ammunition भेजने का एकमात्र मार्ग बन गया था।

  • पहले के हमले (Previous Attacks):
    फरवरी 2022 से Russia–Ukraine युद्ध की शुरुआत के बाद से Kerch Bridge, यह तीसरा बड़ा हमला है:

    1. अक्टूबर 2022: ट्रक bombling (Truck Bomb) का प्रयास — Bridge पर हमला हुआ, मगर मामूली क्षति हुई।

    2. जुलाई 2023: Navy drone attack के माध्यम से ब्लास्ट किया गया।

    3. जून 2025: अब Underwater UUV द्वारा explosives बिछाकर किया गया हमला।

  • उपकरण व पद्धति (Equipment & Method):
    Ukraine ने अपनी बनाई हुई Marichka UUVs का इस्तेमाल किया, जिन्हें remotely नियंत्रित कर Sonar Detection से बचते हुए Bridge के underwater pillar foundation तक पहुंचाया गया। हर UUV में लगभग 200–300 किलो का high-explosive रखकर एक साथ कई यूनिट्स भेजे गए, जिससे कुल मिलाकर 1100 किलोग्राम विस्फोटकों के ज़रिए पुल को बुरी तरह हानि पहुँची। विशेषज्ञों के अनुसार, यह संभवतः “वर्ष 2025 का पहला बड़ा यूज़ ऑफ कॉम्बैट UUV on a real scale” हो सकता है।


हमले के उद्देश्य (Ukraine’s Perspective)

Ukraine सरकार ने इस हमले को एक “legitimate military target” (वैध सैन्य लक्ष्य) बताया। उन्होंने कहा कि Russia अपनी war material (जैसे रक्षा उपकरण, supplies) उसी पुल के माध्यम से Southern Ukraine के मोर्चे पर भेजता था। इसलिए इस “deep strike” को “Broader Asymmetric Warfare effort” का हिस्सा बताया गया, ताकि Russia की logistical chain और morale को प्रभावित किया जा सके।

Ukraine के इस कदम का मकसद:

  1. Russian Logistics को Disrupt करना

  2. Russian Troop movement व Military Supplies की रफ़्तार धीमी करना

  3. Russia को मजबूर करना कि वह अधिक संसाधन (resources) अपने बचा-खुचा पलटन की रक्षा हेतु लगाए


रूस की प्रतिक्रिया (Russia’s Reaction)

Russia के Transport Ministry ने भी इस हमले की पुष्टि की। राष्ट्रपति Vladimir Putin के करीबी सहयोगियों ने कहा कि “Ukraine ने हमारे strategic asset को निशाना बनाया, जो एक तरह का Personal Prestige Project था।” Russia ने हेडलाइन्स में बताया कि वे इस Bridge को जल्द ही Repair करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार इसकी structural damage को ठीक होने में “कई महीने” लग सकते हैं।

रूस को अब यह चिंता सताने लगी है कि “Underwater drone हमला पूरे युद्ध के स्वरूप को बदल सकता है” — खासकर Crimea में उनकी पकड़ी हुई logistic routes और troop deployment पर सीधा असर पड़ेगा। इससे Russia को अगली रणनीति में forward deployment (आगे धकेलने) की बजाय “अपने crucial assets की सुरक्षा” पर ध्यान देना पड़ सकता है।


Istanbul में शांति वार्ता जारी (Peace Talks in Istanbul)

वहीं, तुर्की के Istanbul में Russia और Ukraine के बीच शांति वार्ता चल रही है। Sources बताते हैं कि इस लेटेस्ट अटैक के बावजूद दोनों पक्षों ने बातचीत जारी रखी है। हालाँकि विश्लेषक आशंका जता रहे हैं कि “Russia अब अपने remaining assets को बचाने के लिए बातचीत से हटकर नया, बड़ा हमला कर सकता है”—शायद NATO forces या अन्य क्षेत्रों में भी तार्किक रूप से हमला करने की योजना बना रहा हो। कुल मिलाकर geopolitical implications देखे जाएं, तो इस हमले ने दिखा दिया कि Ukraine “किसी भी सीमा तक जाने को तैयार” है।


विशेषज्ञों के विचार (Expert Analysis)

  1. Structural Vulnerability:

    • इस हमले में UUVs ने दिखा दिया कि “traditional defense systems” (जैसे anti-aircraft) से परे underwater threats नज़रअंदाज़ किए जा सकते हैं।

    • Kerch Bridge का “foundation” damage होना Russia के लिए एक Wake-up Call है कि तकनीकी रूप से Asymmetric Warfare में नए हथियारों का ध्यान रखें।

  2. Psychological Impact:

    • Russia की Southern Ukraine में तैनात troops का “morale” (जहां वे सोचते थे कि Crimea सुरक्षित है) प्रभावित होगा।

    • Ukraine ने संदेश दे दिया कि “वे Russia के अंदर किसी भी strategic asset को निशाना बना सकते हैं”—भले ही वो अंतरराष्ट्रीय समझौतों या ceasefire क्षेत्रों के करीब हों।

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