बाबूलाल मरांडी ने झूठे मुकदमे और चरित्र हनन की आशंका जताई
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक दिन पहले कहा कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा झूठे मामलों में फंसाकर जान को खतरा और चरित्र हनन का सामना कराने की कोशिश हो सकती है। इस आरोप को राजनीतिक रंग दिए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन मरांडी ने हाल ही में सरकार के कई फैसलों पर खुलकर विरोध किया है।
उन्होंने विशेष रूप से पुलिस महानिदेशक के रूप में अनुराग गुप्ता की नियुक्ति और उत्पाद नीति से लाभान्वित लोगों के संबंध में सवाल उठाए हैं। इस संदर्भ में मरांडी ने बताया कि उन्हें न सिर्फ जान को खतरा महसूस हो रहा है, बल्कि उनके खिलाफ फर्जी स्टिंग ऑपरेशन और झूठे मुकदमेबाजी की भी आशंका है।
चूंकि बाबूलाल मरांडी पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, इसलिए उन्हें राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा दी गई है। नक्सलियों से खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें सीआरपीएफ के मोबाइल कवर के तहत सुरक्षा प्रदान की है। इस वजह से किसी शारीरिक हमले की संभावनाएँ काफी कम हैं, लेकिन मरांडी ने झूठे मामलों की चेतावनी देकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
मरांडी ने यह आशंका मंगलवार को गिरिडीह में आयोजित प्रेस वार्ता में व्यक्त की। भाजपा सूत्रों के अनुसार, उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में किसी मामले में उन्हें फंसाने की सूचना मिली है। बताया गया कि यह कार्रवाई एक-दो दिन में भी हो सकती है। इसलिए उन्होंने रांची जाकर प्रेस वार्ता करने की बजाय गिरिडीह में ही सरकार पर दबाव बनाए रखने का विकल्प चुना।