ED: आधा दर्जन समन के बाद भी नहीं पहुंचें झारखंड के सीएम, अब बयान दर्ज नहीं कराने पर होगी कार्रवाई

Ranchi: ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को जमीन घाटोले से जुड़े मामले में आखिरी नोटिस जारी कर दिया है. बड़गाई अंचल के गिरफ्तार अंचल उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से छापेमारी के दौरान ईडी को जमीन के कई अहम दस्तावेज मिले थे, जिसके बाद ईडी ने उक्त मामले में ईसीआईआर (आरएनजेडओ25/2023) दर्ज किया था. जिसका अनुसंधान ईडी कर रहा है. इसी मामले में सीएम का बयान दर्ज किया जाना है. नोटिस में बताया गया है कि आपको पीएमएलए की धारा 50 के तहत आखिरी मौका बयान दर्ज करने के लिए दिया जा रहा है. इस बार यह सुविधा दी है कि है कि वे खुद समय, तिथि और जगह बताएं. ईडी के अधिकारी उनसे उनके बताए स्थान समय और तिथि को आकर पूछताछ करेंगे.

जारी नोटिस में यह भी लिखा है कि वे जान बूझकर इस मामले की जांच से बच रहे हैं और ईडी की ओर से जारी किए गए समन की अवहेलना कर रहे हैं. अगर उनके द्वारा जारी किए गए समन की जानबूझकर अवहेलना की जाती है तो ईडी के पास इस संबंध में पीएमएलए एक्ट की धारा के तहत उचित कार्रवाई करने का अधिकार है. ईडी ने यह भी लिखा है कि एजेंसी का कोई भी समन दुर्भावनापूर्ण या राजनीति से प्रेरित नहीं है. आपसे इस मामले में पूछताछ आवश्यक है, क्योंकि इस मामले में जो ईसीआईआर दर्ज किया गया है, उसमें सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है.

आधा दर्जन समन भेज चुका है ईडी, सीएम ने बताया था दुर्भावना से प्रेरित

जमीन घोटाले में सीएम हेमंत सोरेन को ईडी अबतक आधा दर्जन समन भेज चुका है. सबसे पहले 14 अगस्त को पहला समन, 24 अगस्त को दूसरा, 9 सितंबर को तीसरा, 23 सितंबर को चौथा, 4 अक्टूबर को पांचवा और 12 दिसंबर को छठा समन ईडी ने पूछताछ के लिए हेमंत सोरेन को भेज चुका था. ईडी ने जारी नोटिस में यह भी लिखा है कि छह समन जारी किया गया, लेकिन आपकी ओर से निराधार कारण बताया गया और आप ईडी कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए. इस वजह से अनुसंधान में बाधा आ रही है. पूर्व में भेजे गए समन को सीएम ने दुर्भावना से प्रेरित बताया था. सीएम ने ईडी पर केंद्र के इशारे पर काम करने व लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश का आरोप लगाया था.

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