Rahul Kumar
Ranchi: जमीन घोटाले मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बुधवार देर शाम ईडी ने सीएम आवास में हुई पूछताछ के बाद गिरफ़्तार कर लिया.जिसके बाद हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा राज्यपाल को सौंप दिया और गठबंधन के विधायकों ने नेता के तौर पर चंपई सोरेन को चुना. लेकिन अब तक राजभवन से गठबंधन के नेता को किसी तरह का बुलावा नहीं आने के कारण अब विधायकों को दूसरे राज्य में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है.
बेंगलुरु या हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी
मिल रही जानकारी के मुताबिक़ गठबंधन के सभी विधायकों को हैदराबाद या बैगलूर शिफ्ट किया जा सकता हैं. अगर हैदराबाद जाने के लिए फ्लाइट की बात करें तो दोपहर 2:55 मिनट से पहले कोई हवाई जहाज़ नहीं हैं. वहीं अगर बेंगलुरु जाने के लिए फ्लाइट 3:45 मिनट पर दोनों ही फ्लाइट कनेक्टिग हैं और दिल्ली होकर हैदराबाद और बैगलुरु जायेंगी.
मौसम बन रहा है रोड़ा
मौसम ख़राब होने की वजह से रांची से उड़ान भरने वाली कई फ्लाइट को रद्द किया गया है या उन्हें रेशेड्यूल किया जा रहा है. ऐसे में विधायकों को दूसरे राज्य में शिफ्ट करना थोड़ा मुश्किल लग रहा हैं.
अगस्त 2022 में रायपुर किया गया था शिफ्ट
उस वक़्त तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार पर संकट के बीच सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस गठबंधन के सभी विधायक को रायपुर ले जाया गया था. सत्ता पर छाये संकट को देखते हुए तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन खुद विधायकों के साथ बस में सवार होकर एयरपोर्ट पहुंचे थे और सभी को विदा किया था. सभी विधायक रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में रुके थे. विधायकों के लिए रिसॉर्ट के सभी 47 कमरों को बुक किया गया था. रिसॉर्ट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए थे. दरअसल झारखंड की राजनीति की तस्वीर तेजी से बदलती देख पूर्व सीएम सोरेन ने ‘रिसॉर्ट पॉलिटिक्स’ का सहारा लिया था. और विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए रायपुर किया गया था.
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