Ranchi: टीवीएनएल विस्तारीकरण का रास्ता लगभग साफ हो गया है. दिल्ली में बिजली अधिकारियों की बैठक में इस पर चर्चा की गयी. बैठक में मंत्री मिथिलेश ठाकुर और जेबीवीएनएल के एमडी केके वर्मा शामिल रहे. इस दौरान टीवीएनएल के विस्तारीकरण को सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने अपनी मंजूरी दी. इसके साथ ही ललपनिया में 660 मेगावाट के दो यूनिट लगाने की योजना भी पूरी की जायेगी. बता दें कि तेनुघाट विद्युत उत्पादन निगम लिमिटड राज्य सरकार के स्वामित्व वाली एकमात्र विद्युत ईकाई है. इसके विस्तारीकरण के साथ ही राज्य में बिजली की कमी और सेंट्रल पुल से खरीदी जाने वाली बिजली में भी कमी आयेगी.
2021 में विस्तारीकरण और विलय की हुई थी घोषणा
बता दें कि टीवीएनएल के विस्तारीकरण की घोषणा पूर्व में कई बार समय समय पर की गयी है. साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में ओडिसा के राज्यपाल रघुवर दास ने विस्तारीकरण की बात कही थी. इसके बाद 2021 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस संबंध में घोषणा की. हालांकि साल 2021 में झारखंड उर्जा विकास निगम और तेनुघाट विद्युत उत्पादन निगम दोनों को पत्राचार कर विस्तारीकरण के संबध में जानकारी मांगी गयी थी. इस दौरान टीवीएनएल का राज्य झारखंड उर्जा उत्पादन निगम में विलय के संबंध में भी आकलन रिपोर्ट की मांग की गयी थी. हालांकि इसके बाद मामला शांत हो गया था. ऐसे में अब उम्मीद है कि राज्य में टीवीएनएल का विस्तारीकरण जल्द संभव होगा.
420 मेगावाट उत्पादन क्षमता
फिलहाल टीटीपीएस में दो यूनिट कार्यरत है. जिसकी क्षमता 420 मेगावाट है. एक यूनिट से बिजली उत्पादन क्षमता 210 मेगावाट है. जबकि राज्य में औसत बिजली की मांग 2200 मेगावाट की है. ऐसे में टीटीपीएस के विस्तार से राज्य के बिजली उत्पादन के अपने स्रोत में वृद्धि होगी. फिलहाल डीवीसी राज्य के छह जिलों में लगभग 400 मेगावाट बिजली आपूर्ति कर रहा है. जबकि अन्य स्रोतों में इनलैंड पावर, आधुनिक पावर, सिकिदरी पनबिजली, एनटीपीसी टंडवा, सेंट्रल पुल से बिजली आपूर्ति की जा रही है.
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