Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हजारीबाग में सरकारी स्कूली बच्चों के पोशाक खरीद में घोटाले की आशंका जाहिर की है. साथ ही इसकी जांच कराने एवं दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को राज्य के मुख्य सचिव को लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने जिले के सरकारी स्कूलों में घटिया पोशाक वितरण में गड़बड़ी का मसला उठाया था.
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राज्य परियोजना निदेशक, झारखंड (शिक्षा विभाग) ने बच्चों के पोशाक वितरण से संबंधित दिशा निर्देश सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों को 8 अगस्त को जारी किया था. तय मापदंड के बाहर जाकर हजारीबाग के जिला शिक्षा अधीक्षक ने बगैर टेंडर और इसे स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित किए बिना दूसरे जिले के एनजीओ को पोशाक आपूर्ति का आदेश दे दिया. यह नियम विरूद्ध है. साथ ही, इसकी इसकी क्वालिटी इतनी खराब निकली कि सप्ताह भर में ही स्वेटर और पोशाक फटना शुरू हो गया.
निर्देशों का उल्लंघन
बाबूलाल ने लिखा है कि राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जारी दिशा निर्देश में कहा था कि यदि जिले में संचालित एसएचजी स्वेटर, पोशाक के कार्य को निर्धारित समय में कर सकते हैं तो उनके माध्यम से इस कार्य को कराना है. अन्यथा डीबीटी के जरिये बच्चों को उनके बैंक खाते में राशि उपलब्ध करायी जानी है. पर कमीशनखोरी के लिए हजारीबाग डीएसई द्वारा नियम कानून को किनारे कर दिया गया. चहेते एसएचजी को पोशाक आपूर्ति का आदेश देकर 12 करोड़ रुपये की निकासी कर ली गयी.
सीएम से अपेक्षा करते बाबूलाल ने कहा है कि वे इस मामले की जांच कराएंगे और दोषी पदाधिकारी पर कार्रवाई करेंगे.
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