दिवालिया से वापसी की राह? भूटान में 2,000 करोड़ रुपये के सौर-हाइड्रो प्रोजेक्ट से अनिल अंबानी को नया सहारा
रिलायंस पावर को भूटान में मेगा ऑर्डर
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फरवरी 2020 में लंदन की कोर्ट में “कुल संपत्ति शून्य’’ बताने वाले अनिल अंबानी की कंपनी Reliance Power ने भूटान सरकार की Green Digital Pvt Ltd के साथ 500 मेगावाट के सोलर प्लांट तथा 750 मेगावाट के हाइड्रो प्रोजेक्ट का 50-50 संयुक्त करार किया है।
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कुल अनुमानित लागत ₹2,000 करोड़; यह भूटान के नवीकरणीय क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा निजी एवं भारतीय FDI है।
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रिलायंस पावर का दावा—कर्ज मुक्त होने के बाद यह पहला अंतर-राष्ट्रीय प्रोजेक्ट है; बिजली लंबे समय तक भूटान को ही बेची जाएगी।
अनिल अंबानी समूह पर कर्ज घटा, प्रदर्शन सुधरा
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रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने बकाया ऋण 3,831 करोड़ से घटाकर 475 करोड़ (-87 %) किया; LIC, ICICI, यूनियन बैंक आदि की देनदारियाँ निपटाईं।
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रिलायंस पावर ने ICICI, Axis, DBS सहित बैंकों के दावे片 चुकाए; सहायक RJ Power ने सिंगापुर की Varde Partners का 485 करोड़ कर्ज लौटा कर “शून्य कर्ज’’ का एलान किया।
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शेयर बाज़ार में प्रतिक्रिया: मई 2025 की शुरुआत से अब तक रिलायंस पावर के शेयर ~16 % और एक वर्ष में ~77 % उछले; भूटान प्रोजेक्ट की खबर के दिन 4 % की तेजी।
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विश्लेषकों का मत—कर्ज प्रबंधन + नए कॉन्ट्रैक्ट से निवेशकों का भरोसा लौट रहा है, पर RCom, Reliance Capital जैसी इकाइयाँ अभी इन्सॉल्वेंसी प्रक्रिया में हैं; स्थायी कमबैक आगे की निष्पादन-क्षमता पर निर्भर करेगा।