मनी-लॉन्ड्रिंग केस: यूको बैंक के पूर्व CMD सुबोध गोयल गिरफ्तार
नई दिल्ली | 17 मई 2025
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन-कर्म -मैनेजिंग डायरेक्टर सुबोध कुमार गोयल को 6,210.72 करोड़ रुपये के लोन घोटाले के आरोप में मनी-लॉन्ड्रिंग कानून (PMLA) के तहत उनके दिल्ली स्थित घर से गिरफ़्तार किया है।
आरोप क्या हैं?
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गोयल पर कंकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) को अनुचित क्रेडिट सुविधाएँ दिलाने और बदले में मोटी रिश्वत लेने का आरोप है।
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लोन धनराशि को जानबूझकर दूसरी जगह डायवर्ट कर गबन किया गया।
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रिश्वत की रकम नकद, महँगी प्रॉपर्टी, लग्ज़री सामान और होटल बुकिंग के रूप में मिली।
घोटाले की कार्य-प्रणाली
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ईडी जांच में खुलासा हुआ कि कई शेल कंपनियों के जरिये अवैध लेन-देन छिपाया गया।
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रिश्वत के पैसों से अचल संपत्ति व महँगी वस्तुएँ खरीदी गईं ताकि धनशोधन को ढका जा सके।
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छापों के दौरान कैश, संपत्ति दस्तावेज़ और डिजिटल सबूत जब्त किए गए, जिनका सीधा संबंध CSPL से जुड़ा पाया गया।
अगला चरण
ईडी ने गोयल को विशेष अदालत में पेश किया, जहाँ उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया है। जाँच एजेंसी अब मनी-लॉन्ड्रिंग की पूरी चेन, शामिल अन्य बैंक अधिकारी और बिचौलियों की भूमिका खंगाल रही है।
पृष्ठभूमि: भारतीय बैंकिंग सेक्टर में पीएनबी और यस बैंक जैसे घोटालों के बाद यूको बैंक का यह मामला एक और बड़ा उदाहरण है कि सार्वजनिक धन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निगरानी तंत्र को और मज़बूत करने की ज़रूरत है।